एनएमसी (राष्ट्रीय आयुर्विज्ञान आयोग) की एक सदस्यीय कमेटी ने मेडिकल कॉलेज में त्वचा रोग विभाग का निरीक्षण किया। यदि एनएमसी कॉलेज की तैयारियों व संसाधन संतुष्ट होती है, तो त्वचा रोग विभाग में पीजी (स्नातकोत्तर) की अनुमति मिल जाएगी। अब पीजी कोर्स की अनुमति हेतु सिर्फ मेडिसिन, स्त्री रोग एवं प्रसूति विभाग बाकी रह गए हैं।