एनटीपीसी की 520 मेगावाट की जल विद्युत परियोजना की सुरंग में फंसे लोगों को बाहर निकालने के अभियान की राह में अब मजबूत चट्टानें चुनौती बनी हैं। इन चट्टानों को हटाना आसान काम नहीं ।
विस्फोटक का इस्तेमाल नहीं किया जा सकता क्योंकि इससे सुरंग को खतरा है। मुख्य सचिव ओम प्रकाश के मुताबिक, बाढ़ के पानी और सिल्ट के साथ ये चट्टानें सुरंग में पहुंची हैं। इस कारण अभियान की गति पहले दो दिन की तुलना कुछ में धीमी है।
बुधवार को मुख्य सचिव ने चमोली आपदा के बाद राहत एवं बचाव अभियान की समीक्षा की है । समीक्षा बैठक में पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार, सचिव स्वास्थ्य अमित सिंह नेगी, सचिव गृह नीतेश कुमार झा, सचिव आपदा प्रबंधन एसए मुरुगेशन व अन्य विभागों के अधिकारी मौजूद थे।