थौलधार विकासखंड के राजस्व पुलिस क्षेत्र लवाणी के अंतर्गत ढरोगी गांव के निवासियों को पेयजल संकट से जूझना पड़ रहा है। ग्राम कोशल से ढरोगी तक आने वाली लाइन कई स्थानों पर टूटी हुई है। क्षतिग्रस्त पेयजल लाइन की विभाग मरम्मत नहीं कर रहा है। ग्राम प्रधान ने गांव में पेयजल आपूर्ति के लिए टैंकर लगाने की मांग की।
चार वर्ष पूर्व गांव से एक किमी दूर छाम-मैंडखाल मोटर मार्ग पर जल संस्थान ने हैंडपंप की व्यवस्था की थी। संकट की घड़ी में यही हैंडपंप ग्रामीणों का सहारा बनता है। ग्राम ढरोगी कंडीसौड़ की ऊंचाई वाली पहाड़ी पर स्थित है। लगभग 18 वर्ष पूर्व ग्राम कोशल के साथ आठ किमी लंबी पेयजल योजना बनी थी। ग्राम कोशल से ढरोगी तक पहुंचने वाली इस पेयजल योजना से ढरोगी गांव तक शुरुआत से ही पर्याप्त पानी नहीं पहुंचा। चार वर्ष पूर्व ग्रामीणों की मांग पर गांव से एक किमी दूर छाम-मैंडखाल मोटर मार्ग पर हैंडपंप स्थापित किया गया। पेयजल आपूर्ति ठप होने पर ढरोगी गांव के लगभग 50 परिवारों की 250 आबादी हैंडपंप पर निर्भर रहती है।
ग्राम प्रधान मुकेश रतूड़ी, ग्रामीण विनोद खंडूड़ी, बेदप्रकाश डिमरी, ओम प्रकाश का कहना है कि गांव के लिए कोशल से आ रही पेयजल लाइन कई जगहों पर क्षतिग्रस्त है। अवर अभियंता को एक माह पूर्व सूचना देने के बाद भी अभी तक लाइन की मरम्मत नहीं की गई है। अलग से पेयजल योजना का निर्माण ही गांव की पेयजल समस्या का स्थायी समाधान हो सकता है। वर्तमान में हैंडपंप पर मोटर लगाने एवं स्थायी व्यवस्था होने तक गांव में टैंकर से पेयजल आपूर्ति करने की मांग की गई है। - जल्द ही गांव को जोड़ने वाली लाइन की मरम्मत कर गांव में पेयजल आपूर्ति सुचारु की जाएगी।