दरोगा भर्ती मामले में शासन से विजिलेंस को मुकदमे के आदेश जारी होने के बाद फर्जी तरीके से खाकी वर्दी पहनने का हक पाने वाले अब जांच की रडार पर आ गए हैं। बताया जा रहा है कि विजिलेंस की जांच में ही इन दारोगाओं को चिह्नित कर लिया गया है। जल्द इनके खिलाफ मुकदमे की कार्रवाई की जाएगी। ऐसे में मुकदमे का डर दिखाने वाली खाकी खुद ही खौफ में आ गई है। 2015 बैच के प्रदेश में 339 और कुमाऊं में करीब 120 दरोगा इस समय कार्यरत हैं।
बताया जा रहा है कि कुछ दरोगा ऐसे हैं जिन्होंने लाखों रुपये खर्च कर ओएमआर शीट का सौदा किया था, जबकि कुछ ऐसे भी हैं जो राजनीतिक पहुंच के चलते भर्ती होने में कामयाब रहे। इसके अलावा कुछ दरोगा ऊंची पहुंच रखने वाले विभाग में ही तैनात पुलिस अफसरों के सहारे भर्ती होने में कामयाब रहे। बताया जा रहा है कि एसटीएफ की ओर से की गई जांच में इन लोगों के नाम सामने आए हैं।