लाता गांव स्थित सिद्धपीठ चौसठ मुखी नंदा माता के कपाट एक माह के लिए बंद हो गए हैं। इस दौरान विशेष पूजा-अर्चना के बाद मांगल गीत गाए गए।
मंगलवार सुबह 11 बजे मंदिर के पुजारी रघुबीर सिंह राणा, कुशल सिंह बुटोला ने मां नंदा की विशेष पूजा की और भोग लगाया। लाता सहित अन्य गांव के लोगों ने मां के दर्शन किए और भोग लिया।
भोटिया जनजाति की महिलाओं ने पारंपरिक वेषभूषा में मां नंदा की स्तुति वंदना के साथ दाकुदी और मांगल गीत गाए। चौसठ मुखी मां नंदा देवी जोशीमठ क्षेत्र की आराध्य देवी हैं। अब मंदिर के कपाट माघ माह की सप्तमी पर खोले जाएंगे। बताया कि इस मंदिर में मां नंदा के चौसठ मुख हैं। इसीलिए यहां पर मां नंदा को चौसठ मुखी कहा जाता है। इस अवसर पर नंदन सिंह रावत, बाल सिंह रावत, प्रधान सरिता देवी, महिला मंगल दल की अध्यक्ष देवकी देवी, राजेंद्र सिंह रावत, आषाड़ी देवी, प्रेम सिंह रावत, गब्बर सिंह बुटोला, दिनेश सिंह, दरबान सिंह और सौरभ सिंह सहित अन्य ग्रामीण उपस्थित रहे।