Read in App

DevBhoomi Insider Desk
• Sat, 4 Mar 2023 10:00 am IST


हिमालय के दुर्लभ वन्यजीव खा रहे पॉलीथिन, डब्ल्यूआईआई रिपोर्ट में चौंकाने वाले खुलासे; एक्सपर्ट को इस बात की चिंता


साहसिक पर्यटन बढ़ने के साथ-साथ हिमालयी क्षेत्र में पॉलीथिन भी पहुंचने लगा है। चिंता की बात यह है कि पॉलीथिन वहां की आबोहवा तो बिगाड़ ही रहा है, वहां रहने वाले वन्यजीव भी प्लास्टिक खाने लगे हैं। हिमालय क्षेत्र में पाए जाने वाली लाल लोमड़ी और जंगली बिल्लियों (लैपर्ड कैट) पर किए गए भारतीय वन्य जीव संस्थान (डब्ल्यूआईआई) के शोध में यह खुलासा हुआ है।

डब्ल्यूआईआई की टीम ने हिमाचल की तीर्थन वैली में 1500 से 2000 मीटर की ऊंचाई वाले क्षेत्र में कैमरा ट्रैप की मदद से ये अध्ययन किया। रिसर्च कंसलटेंट डॉ.मेघना बंदोपाध्याय ने बताया कि उनकी टीम ने तीर्थन वैली में करीब 110 किमी क्षेत्र में रहने वाली लाल लोमड़ी और जंगली बिल्लियों के स्कैट (मल) के 783 सैंपल लिए। जांच में सभी सैंपल में प्लास्टिक की मात्रा पाई गई।

टीम का हिस्सा रहे त्रियंबक दास गुप्ता ने बताया कि इन क्षेत्रों में कूड़ा निस्तारण की ठोस व्यवस्था नहीं होने से कूड़ा वन्यजीवों के भोजन का हिस्सा बन रहा है। उन्होंने कहा कि यह पॉलीथिन इन हिमालयी जीवों के स्वास्थ्य के लिए बेहद घातक हो सकता है।

उच्च हिमालयी क्षेत्र में की गई तीन साल की रिसर्च में रेड फॉक्स और लेपर्ड कैट के शरीर में प्लास्टिक पहुंचने की बात सामने आई है। इंसान द्वारा फैलाए कूड़े को खाने के चलते यह उनके शरीर में पहुंचा। इसे लेकर सचेत होने की जरूरत है।