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• Sat, 23 Sep 2023 10:30 pm IST


नंदाष्टमी मेले में उमड़ा आस्था का सैलाब, सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रही धूम


कत्यूर घाटी के प्रसिद्ध कोट भ्रामरी नंदाष्टमी मेले (Nandashtami Fair) में देर रात तक सांस्कृतिक कार्यक्रमों की धूम रही। विभिन्न क्षेत्रों से आए लोक कलाकारों ने रंगारंग कार्यक्रम पेश कर दर्शकों को बांधे रखा। इस मौके पर वरिष्ठ साहित्यकार गोपाल दत्त भट्ट ने कोट भ्रामरी व मां नंदा का विस्तृत इतिहास बताया।नंदाष्टमी मेले के दूसरे दिन सुबह से ही मेले में आस्था का सैलाब उमड़ा। सुबह से ही पूजा-अर्चना का दौर जारी रहा। रात में देवी अवतरित हुई और लोगों को आशीर्वाद दिया। देर रात तक सुप्रसिद्ध लोक गायिका माया उपाध्याय, जितेंद्र तोमक्याल, रमेश बाबू गोस्वामी, राकेश खनवाल और गोविंद गिरी के गीतों पर लोग झूमते नजर आए।माया उपाध्याय ने अपना सुप्रसिद्ध लोक गीत क्रीम पौडरा घिसनी किलै नै, मेरी निर्मला हंसनी किलै नै... गाया तो मेलार्थी अपने स्थान पर झूमने लगे। उन्होंने आज का दिना, घास काटुनो इजू....समेत एक से बढ़कर एक गीत गाए तो दर्शक अपने स्थान पर खड़े होकर नाचने लगे।