भारत में संक्रांति को बेहद शुभ माना जाता है. धार्मिक पंचांग के अनुसार हर महीने संक्रांति आती है. एक साल में सभी बारह संक्रांति दान-पुण्य कार्यों के लिए अत्यधिक शुभ मानी जाती है और इस दिन लोग पूरे मन से दान भी करते हैं. संक्रांति से पहले या बाद में केवल एक निश्चित समय की अवधि के दौरान ही संक्रांति से संबंधित कार्यों के लिए शुभ माना जाता है. ऐसी ही एक संक्रांति है कन्या संक्रांति. इस दिन सूर्य देव की पूजा की जाती है. इस साल यह कन्या संक्रांति 17 सितंबर, शनिवार को मनाई जाएगी.
कन्या संक्रांति का मुहूर्त
कन्या संक्रांति पुण्य काल का समय सुबह 7 बजकर 36 मिनट से दोपहर 2 बजकर 8 मिनट तक रहेगा. महा पुण्यकाल का मुहूर्त 17 सितंबर, सुबह 7 बजकर 36 मिनट से लेकर सुबह 09 बजकर 38 मिनट तक रहेगा