कोरोना की पहली और दूसरी लहर में बच्चों में संक्रमण का अधिक प्रभाव देखने को नहीं मिला। हालांकि, पहली लहर की तुलना में दूसरी लहर में बच्चों में संक्रमण बढ़ा है। बच्चों में संक्रमण के लक्षण वयस्कों से बहुत अलग नहीं है। बच्चों में संक्रमण के बाद डायरिया के मामले अधिक देखे जा रहे हैं। बच्चे को अचानक डायरिया हो तो कोरोना की जांच करानी चाहिए।
बच्चा बार-बार पेट तो नहीं पकड़ रहा : लखनऊ के डॉ. राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान की बाल रोग विशेषज्ञ डॉ. दीप्ति अग्रवाल बताती हैं कि कोरोना संक्रमण के कारण बच्चों में पेट संबंधी तकलीफ अधिक देखने को मिल रही है। संभव है कि बच्चा तकलीफ न बताए पाए। अभिभावक ध्यान रखें कि अगर बच्चा बार बार पेट पकड़ रहा है।
खाना नहीं खा रहा है। उसका स्वभाव अचानक बदल रहा है, चिड़चिड़ा हो रहा है तो बिना देर किए डॉक्टरी सलाह लें।
बच्चे लक्षण नहीं बता पाएंगे लेकिन जांच से उनमें वायरस का पता चल सकता है। वे बताती हैं कि अच्छी बात ये है कि बच्चों में अभी तक संक्रमण बहुत अधिक हावी नहीं हो रहा है और सामान्य इलाज से वे आसानी से ठीक भी हो रहे हैं।