देहरादून: केंद्र सरकार के नए कृषि कानूनों के विरोध में महीनों से जारी किसान आंदोलन में कई चेहरे सुर्खियों में आ रहे हैं, उनमें से ताज़ा नाम दिशा रवि का है। दिल्ली की एक अदालत ने 21 साल की क्लाइमेट एक्टिविस्ट (Climate Activist) दिशा को पांच दिनों की पुलिस कस्टडी में भेजने का आदेश दिया, जिसके बाद कई सवाल चर्चा में आ गए कि क्यों दिशा को अरेस्ट किया गया है। बीते शनिवार को बेंगलूरु से दिल्ली पुलिस ने जिस दिशा को गिरफ्तार किया, वो अस्ल में 'फ्राइडे फॉर फ्यूचर' (FFF) नाम के अभियान की फाउंडर हैं। दिशा पर आरोप है कि उन्होंने सोशल मीडिया पर 'टूलकिट' का न केवल प्रसार किया, बल्कि उसे सोशल मीडिया पर फॉरवर्ड भी किया। तो वही दिशा की गिरफ्तारी से विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। उत्तराखंड के कांग्रेस महामंत्री राजेंद्र शाह ने कहा कि जिस तरह से दिशा रवि को गिरफ्तार किया है इस तरह की कार्यवाही नहीं होनी चाहिए। मेरा केंद्र सरकार से कहना है कि वो इस तरह की दबाव वाली राजनिति न करे। इस देश में लोगो को अभिव्यक्ति की आज़ादी है ऐसे में केंद्र सरकार का यह निर्णय गलत है। दिशा रवि मामले में आम आदमी पार्टी ने भी केंद्र से गिरफ़्तारी पर सवाल उठाया है। आप उत्तराखंड प्रवक्ता उमा सिसोदिया ने कहा कि जिस तरह से केंद्र सरकार ने कृषि कानून पर दिशा की आवाज़ को कुचल ने का किया है वो निंदनीय है।