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DevBhoomi Insider Desk
• Sat, 29 Oct 2022 7:30 am IST


देवउठनी एकादशी पर भूलकर भी नहीं करने चाहिए ये कार्य, भगवान विष्णु हो सकते हैं नाराज


पवित्र कार्तिक मास अपने समापन की ओर है। यह मास इस वर्ष 8 नवम्बर के दिन समाप्त हो जाएगा। इस पवित्र मास में कई व्रत रखे जाते हैं। लेकिन कार्तिक मास में देवउठनी एकादशी व्रत का विशेष महत्व है। यह वही दिन है जब भगवान विष्णु 4 महीने की लंबी योग निद्रा के बाद जागते हैं और पुनः अपने भक्तों की प्रार्थना सुनते हैं। इस वर्ष देवउठनी एकादशी व्रत 4 नवम्बर को रखा जाएगा। इस विशेष अवसर पर लोग भगवान विष्णु की विशेष पूजा करते हैं। जानकारी के लिए बता दें कि कई जगहों पर एकादशी तिथि को ग्यारस नाम से भी सम्बोधित किया जाता है। मान्यता है कि इस दिन पूजा-पाठ करने से भगवान विष्णु प्रसन्न होते हैं और भक्तों की सभी मनोकामना पूर्ण कर देते हैं। लेकिन शास्त्रों में इस दिन के सन्दर्भ में कुछ विशेष नियम बताए गए हैं। जिनका पालन करना व्यक्ति के लिए आवश्यक है। ऐसा नहीं करने से व्यक्ति को पाप के समान फल प्राप्त होता है, ऐसी मान्यता है। आइए जानते हैं देवउठनी एकादशी पर किन कार्यों से बचना चाहिए और क्या करना चाहिए।

भूलकर भी न करें ये कार्य 
- शास्त्रों में बताया गया है कि देवउठनी एकादशी पर व्यक्ति को तुलसी के पौधे को नहीं तोड़ना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि इस दिन भगवान शालिग्राम का विवाह माता तुलसी से विधि-विधान से किया जाता है। इस नियम का पालन नहीं करने से भगवान विष्णु क्रोधित हो जाते हैं।
- इसके साथ एकादशी तिथि के दिन तामसिक भोजन व चावल खाने से बचना चाहिए। साथ ही इस दिन मदिरा, मांस का सेवन निषेध है। माना यह भी जाता है कि इस दिन चावल करने से व्यक्ति रेंगने वाले जीव की योनि में जन्म लेता है।
- साथ ही देवउठनी एकादशी के दिन व्यक्ति और खासकर व्रत रख रहे लोगों को किसी भी प्रकार के वाद-विवाद से बचना चाहिए। इसके साथ उन्हें किसी भी प्रकार के गलत शब्द का प्रयोग नहीं करना चाहिए। इस दिन हर उन्हें हर समय भगवान का नाम स्मरण करना चाहिए।

देवउठनी एकादशी करें ये कार्य 
- सनातन धर्म में दान को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इसलिए देवउठनी एकादशी के दिन किसी जरूरतमंद को अन्न या धन का दान जरूर करें। साथ जिन लोगों को विवाह से सम्बन्धित बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है उन्हें इस दिन केसर, केला या हल्दी का दान जरूर करना चाहिए।
- शास्त्रों में यह भी बताया गया है कि देवउठनी एकादशी के दिन व्रत रखने से व्यक्ति को धन,ऐश्वर्य, मान-सम्मान और संतान सुख की प्राप्ति होती है। साथ ही यह भी माना जाता है कि ऐसा करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। अगर सम्भव हो तो इस दिन किसी पवित्र नदी या जलाशय में जरूर स्नान करें या घर में नहाते समय पानी में गंगाजल जरूर मिला लें।