चंपावत: फायर सीजन 15 फरवरी से शुरू हुआ था। इसकी अवधि औपचारिक रूप से 15 जून को खत्म हो गई लेकिन भीषण और गर्मी की तपिश अब भी बनी हुई है। पहाड़ में ही बुधवार को 29 डिग्री सेल्सियस तापमान था। इस साल पिछले तीन वर्षों की अपेक्षा गर्मी ज्यादा रही, लेकिन पिछले साल की तुलना में जंगल की आग कम रही। रिकॉर्ड तपिश के बावजूद वन विभाग जंगल के नुकसान को कम करने में कामयाब रहा। इस बार पिछले साल की अपेक्षा साढ़े पांच हेक्टेयर वन संपदा को कम नुकसान हुआ है।चंपावत क्षेत्र में 62098.32 हेक्टेयर आरक्षित वन क्षेत्र, 36780.563 हेक्टेयर पंचायती वन, 22815.7 हेक्टेयर सिविल वन हैं। डीएफओ आरसी कांडपाल का कहना है कि आरक्षित वन क्षेत्र की 80 घटनाओं में 52.25 हेक्टेयर वन संपदा प्रभावित हुई। इसमें 43.15 आरक्षित और 9.10 सिविल, पंचायती वन शामिल है। आग से प्रभावित हुई वन संपदा की कीमत 1.34 लाख रुपये आंकी गई है।