देहरादून। जिला सहकारी बैंकों की चतुर्थ श्रेणी भर्ती की जांच अगर सही व निष्पक्ष हो गई तो बैंक के कई उच्च अधिकारियों का नपना तय माना जा रहा है। प्रथम दृष्टया जांच में भर्ती घोटाले में अधिकारियों की मिली भगत सामने आती दिख रही है। जांच में यह भी स्पष्ट होगा कि बैंक के किन अधिकारियों व नेताओं ने अपने परिजनों को भर्ती कराया है।
जिला सहकारी बैंकों में चतुर्थ श्रेणी की 423 पदों पर भर्ती प्रक्रिया दिसंबर 2020 से गतिमान है। यह भर्ती प्रक्रिया शुरुआत से ही सवालों के घेरे में रही। पहले हरिद्वार जिले में दो बार भर्ती प्रक्रिया पर रोक लगाई गई।