10 वीं की पढ़ाई के बाद बेटी ने जिद की और माता-पिता को उसके आगे झुकना पड़ा। हालांकि मम्मी-पापा चाहते थे कि बेटी पढ़ लिख कर डॉक्टर या इंजीनियर बने। दरअसल उसके दसवीं में 86% मार्क्स आए थे, लेकिन बेटी आर्ट कॉलेज में प्रवेश लेने की जिद कर बैठी। आखिरकार उस बेटी ने पुणे के आर्ट कॉलेज में एडमिशन लिया और अपने भविष्य पटकथा लिखने लगी। उसने ऐसी शानदार पटकथा लिखनी शुरू की जिसमें सब रोशन ही रोशन था।
आज ये प्रतिभाशाली बेटी InknBliss स्टार्टअप की मालकिन है। इसका नाम पूजा है। पूजा ने अपने इस स्टार्टअप को अपने हुनर की बदौलत ऊंचाईयों पर पहुंचा दिया है। पूजा कैलिग्राफी कलाकार हैं, इंक एन ब्लिस उनके इसी कैलिग्राफी स्टूडियो का नाम है, जिसके कई बड़े और परमानेंट कस्टमर हैं। पूजा ने इंक एन ब्लिंक की शुरुआत साल 2017 में की थी। इस स्टूडियो में वे कागज, फ्रेम, पोस्टर आदि डिजाइन करती हैं। हालांकि पूजा का ये सफरआसान नहीं था। साल 1988 में जन्मीं पूजा ने कुछ दिन पहले दिए अपने इंटरव्यू में बताया था कि पिता जी सरकारी विभाग में क्लर्क हैं और मां हाउसवाइफ। पूजा को बचपन से ही आर्ट का शौक था और वह बहुत ही सुंदर आर्ट बनाती थी। तस्वीर हो या पेटिंग पूजा हर चीज को हूबहू उतार देती थीं। अपने इसी हुनर को धार देने के लिए उन्होंने आर्ट कालेज में एडमिशन लिया।
पढ़ाई कंप्लीट होने के बाद पूजा ने नौकरी की, लेकिन उसमें उनका मन नहीं लगा, क्योंकि वहां वह अपने हुनर का सही से इस्तेमाल नहीं कर पा रही थीं। इसी बीच पूजा ने शादी कर ली और मुंबई शिफ्ट हो गईं। एक दिन उनके किसी सहकर्मी की नजर पूजा की डायरी पर पड़ी। ये वही डायरी थी जिसमें वह कैलिग्राफी किया करती थीं। इसी डायरी की वजह से पूजा को एक खास असाइनमेंट मिल गया।
यह असाइमेंट था कैंडल पर नाम लिखने का। उन्हें ये स्पेनिश फैशन ब्रांड मैसिमो के शोरुम में करना था।
इसके बाद पूजा ने पीछे मुड़कर नहीं देखा। कुछ समय बाद उन्होंने नौकरी छोड़ दी और InknBliss की शुरुआत की। हालांकि काम के लिए उन्हें तकरीबन छह माह तक संघर्ष करना पड़ा, लेकिन जब काम मिलना शुरू हुआ तो इतना मिला कि अब पूजा के पास समय की कमी होने लगी। अब पूजा का ये स्टार्टअप एक सफल बिजनेस आइडिया बन चुका है।