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DevBhoomi Insider Desk
• Sun, 20 Feb 2022 11:30 am IST


महर्षि वेदव्यास ने इसी गुफा में की थी तपस्या, भादों में होती है विशेष पूजा


 उत्तराखंड को देवों की भूमि कहा जाता है. अनेक ऋषि-मुनियों ने यहां गुफाओं में रहकर तपस्या की और आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त किया. आज आपको एक ऐसी प्राचीन गुफा के बारे में बताने जा रहा है, जिसे देश और दुनिया के लोग कम ही जानते हैं. मगर स्थानीय लोगों के लिए इस गुफा का खास महत्व है. जी हां, हम बात कर रहे हैं पिथौरागढ़ जिले की व्यास घाटी में स्थित व्यास गुफा की. मान्यता है कि महाभारत के रचयिता महर्षि वेदव्यास ने इस गुफा में वर्षो तपस्या की थी. यही वजह है कि इसे व्यास गुफा के नाम से जाना जाता है. व्यास गुफा कालापानी में मां काली के मंदिर के समीप स्थित एक पहाड़ी के ऊंचे स्थान पर मौजूद है. इस गुफा तक पहुंचने का कोई रास्ता नहीं होने के कारण आज तक कोई भी शख्स व्यास गुफा तक नहीं पहुंच पाया है. लोग मां काली के मंदिर से ही व्यास गुफा के दर्शन करते हैं. यही नहीं, विश्व प्रसिद्ध कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने वाले श्रद्धालुओं को भी इस गुफा के दर्शन का सौभाग्य मिलता है.