एंटरटेनमेंट डेस्क: ये कहानी है बॉलीवुड के मशहूर डायरेक्टर महेश भट्ट के सौतेले भाई रॉबिन भट्ट की। कम लोग ही जानते होंगे कि रॉबिन भट्ट ने ‘बाजीगर’, ‘आशिकी’ और ‘दिल है कि मानता नहीं’ जैसी मशहूर और ब्लॉक बस्टर फिल्में लिखी हैं। इतने क्रिएटिव और टैलेंटेड कलाकार को जीवन के किसी मोड़ पर सड़कों पर दर-दर भटकना पड़ा था।
महेश भट्ट से उम्र में दो साल हैं बड़े
गुजरात से मुंबई आए फिल्म मेकर 'नाना भाई भट्ट' और उनकी पहली
पत्नी हेमलता भट्ट से जन्मे रॉबिन भट्ट, अपने सौतेले भाई डायरेक्टर महेश भट्ट से उम्र में दो साल बड़े हैं। बाद में
फिल्म मेकर 'नाना भाई भट्ट' ने गुजरात से मुंबई
आने के बाद शीरीन मोहम्मद से गुपचुप दूसरी शादी की। मशहूर निर्देशक महेश भट्ट
इन्हीं शीरीन भट्ट और नाना भाई भट्ट के बेटे हैं। ‘आशिकी’ की कहानी लिखने को लेकर एक दिलचस्प किस्सा शेयर करते हुए
रॉबिन बताते हैं कि एक रोज मुझे और महेश भट्ट को गुलशन कुमार ने अपने ऑफिस में
बुलाया। उन्होंने कहा कि यह कैसेट लो, इसमें 11 गाने हैं। मुझे
इन गानों पर एक अच्छी प्रेम कहानी चाहिए।
डायरेक्टर महेश भट्ट ने मना कर दिया, लेकिन मैं जानता
था कि मेरे पास अगले छह महीने तक कोई काम
नहीं है। मैंने उन्हें मनाया और किसी तरीके से हां करवा दिया। वहां से आने के बाद
वे कहने लगे कि तुम यह कैसेट सुनो और देखो क्या हो सकता है, तुमने ही हां की
है। फिल्म की कहानी भी ऐसी होनी चाहिए थी कि कहीं से गानों को न तो डॉमिनेट करे और
न कमजोर हो।
‘आशिकी’ से मिली फिल्म राइटर के रूप में पहचान
महेश भट्ट के पास आकाश खुराना नाम के एक बहुत पढ़े-लिखे और समदार
व्यक्ति आया करते थे। मैंने उन्हें मनाया कि वह फिल्म लिखने में मेरी मदद करें। वह
मान भी गए। इस तरह से रॉबिन ने पहली फिल्म लिखी ‘आशिकी’। इसकी कहानी रॉबिन भट्ट के लिए बॉलीवुड में बतौर फिल्म
राइटर पहचान देने वाली फिल्म साबित हुई। इसके बाद तो उनके पास प्रोड्यूसर्स की
लाइन लग गई।