अत्यधिक लो-कार्बोहाइड्रेट होने की वजह से कीटो डाइट तेजी से इंसान का वजन घटाती है. वजन कम करने या स्लिम फिट रहने वालों के बीच कीटो डाइट बहुत फेमस है। बीते कुछ
समय से कीटो डाइटबहुत
ज्यादा ट्रेंड में
है. हालांकि कुछ एक्सपर्ट्स
ने कीटो डाइट से
होने वाले नुकसान
को देखते हुए लोगों
को आगाह भी
किया है। विश्लेषण
के आधार पर शोधकर्ताओं
ने यह भी बताया कि कीटोजेनिक
डाइट के नुकसान
उसके फायदों से
बहुत ज्यादा हो
सकते हैं।
यही कारण है
कि कीटो डाइट पर
रहने वाले लोगों
में कुछ बीमारियों
का जोखिम ज्यादा हो
जाता है.
जॉर्ज
वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी
के स्कूल ऑफ मेडिसिल
के प्रोफेसर नील बरनार्ड
कहते हैं, 'कीटो
डाइट में मौजूद
फूड प्रोडक्ट्स
बड़ी आंत के
कैंसर, हार्ट डिसीज और
अल्जाइमर जैसी बीमारियों
का कारण बन सकते
हैं.' स्टडी
में यह भी
दावा किया गया
है कि कीटोजेनिक डाइट
किडनी से जुड़ी
दिक्कत या डायबिटीज
जैसी बीमारी को
भी ट्रिगर कर सकती
है.
क्या
होती है
कीटो डाइट?
कीटो
डाइट में कार्ब्स
की फैट वाली चीजों
को तरजीह दी जाती
है. इसमें मीट, फैटी
फिश, अंडा, मक्खन और क्रीम, चीज़, अखरोट, बादाम, ऑयल, एवोकाडो, हरी
सब्जियां और कई
प्रकार के मसाले
शामिल होते हैं.
कीटो
डाइट में
किन चीजों
से परहेज?
कीटो
डाइट पर रहने
वालों को ज्यादा
कार्ब्स वाली चीजों
से परहेज करना पड़ता
है. इसमें शुगर फूड, साबुत
अनाज, फल, राजमा, दाल, आलू, शकरकंद, गाजर और शहद
जैसी कई चीजों
से दूरी बनानी पड़ती
है.