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DevBhoomi Insider Desk
• Sun, 12 Mar 2023 10:30 am IST

मनोरंजन

सतीश कौशिक के आखिरी शब्द, मुझे वंशिका और शशि के लिए जीना है, मुझे बचा लो, मैं मरना नहीं चाहता


एक्टर, कॉमेडियन और फिल्म निर्देशक सतीश कौशिक की इस तरह से अचानक हुई मौत ने सबको सकते में डाल दिया। फिल्म इंडस्ट्री से लेकर उनके फैंस के लिए ये स्वीकार कर पाना मुश्किल है कि वे अब इस दुनिया में नहीं रहे।   इस गहरे सदमे से उनका परिवार  भी नहीं उभर पा रहा है। सतीश कौशिक के आखिर समय में  उनके साथ उनके मैनेजर संतोष राय थे। अब संतोष राय ने सतीश कौशिक  के साथ आखिरी पलों में हुई बातचीत को शेयर किया है।  एक बातचीत में संतोष राय ने बताया कि आखिर उस रात क्या हुआ था।  बताया जाता है कि संतोष करीब बीते 34 सालों से सतीश कौशिक के साथ काम कर रहे थे। संतोष ने बताया कि बुधवार की रात के खाने के तुरंत बाद उन्हें किसी भी तरह की कोई दिक्कत महसूस नहीं हुई। रात करीब 8.30 बजे उन्होंने डिनर खत्म किया। चूंकि हमें 9 मार्च को सुबह 8:50 बजे की फ्लाइट से मुंबई वापस लौटना था तो मुझसे कहा, 'संतोष, जल्दी सो जाओ, हमें सुबह की फ्लाइट पकड़नी है, मैंने कहा, ठीक है सर जी, इसके बाद मैं बगल वाले कमरे में सोने चला गया।'
संतोष ने आगे बताया , रात करीब 11 बजे उन्होंने मुझे फोन किया और कहा, "संतोष, आ जाओ, मुझे अपना वाईफाई पासवर्ड ठीक करने की जरूरत है क्योंकि मैं एडिट के उद्देश्य से 'कागज 2' (कौशिक के निर्देशन में बनी फिल्म जिसकी शूटिंग पूरी हो चुकी है) देखना चाहता हूं, इसके बाद उन्होंने रात 11:30 बजे फिल्म देखना शुरू किया और मैं वापस अपने कमरे में चला गया।'संतोष ने बताया, 'रात लगभग 12:05 बजे सतीश कौशिक ने मुझसे जोर-जोर से आवाज लगाने लगे, मैं दौड़ता हुआ आया और उनसे पूछा, "क्या हुआ सर? क्यों चिल्ला रहे हो? इसके बजाय आपने मुझे फोन पर कॉल क्यों नहीं किया?" इस पर उन्होंने मुझसे कहा, "सुनो, मुझे सांस लेने में तकलीफ हो रही है, प्लीज मुझे डॉक्टर के पास ले चलो, इसके बाद मैं और वे तुरंत कार की तरफ और वह बैठ गए। इस दौरान उनके ड्राइवर और बॉडीगार्ड भी हमारे साथ थे।'
संतोष ने बताया कि हम अस्पताल की तरफ निकले लेकिन तब तक उनके सीने में दर्द बढ़ गया और उन्होंने कहा, 'जल्दी चलो अस्पताल।' फिर, उन्होंने अपना सिर मेरे कंधे पर रखा और कहा, 'संतोष, मैं मरना नहीं चाहता, मुझे बचा लो।' संतोष ने बताया कि उन्होंने मुझे जोर से पकड़ा और कहा, 'मुझे वंशिका के लिए जीना है, मुझे लगता है मैं नहीं बचूंगा,  शशि और वंशिका का ख्याल रखना।' बकौल संतोष, हम आठ मिनट में अस्पताल (फोर्टिस अस्पताल) पहुंच गए क्योंकि शायद होली की वजह से सड़क खाली थी, लेकिन जब तक हम हॉस्पिटल अंदर दाखिल हुए वे  बेहोश हो चुके थे।बता दें कि 8 और 9 मार्च की दरमियानी रात को सतीश कौशिक का हार्टअटैक से निधन हो गया था। 9 मार्च को मुंबई में उनका अंतिम संस्कार किया गया। उनके परिवार में उनकी पत्नी शशि और बेटी वंशिका हैं।