बागेश्वर जिले में पैराग्लाइडिंग की संभावनाओं को देखते हुए सरकार कपकोट के दुलम गांव में प्रदेश का पहला पैराग्लाइडिंग प्रशिक्षण केंद्र बनाने जा रही है. ऐसा हुआ तो साहसिक पर्यटन से न केवल सरकार को राजस्व मिलेगा. बल्कि युवाओं को रोजगार भी मिल सकेगा. वर्तमान में यहां जिले के तीनों ब्लॉकों से चुने गए 25 युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। कपकोट के दुलम गांव में 10 दिवसीय पैराग्लाइडिंग प्रशिक्षण शिविर में 25 युवाओं को पैराग्लाइडिंग के गुर सिखाए जा रहे हैं. इन दिनों हिमालया फ्लाई एडवेंचर नोड के प्रशिक्षक जगदीश जोशी युवाओं को हवा की गति का आकलन करना सिखा रहे हैं. उन्होंने प्रशिक्षण ले रहे युवाओं को बताया कि दोपहर 12 बजे से पहले का समय पैराग्लाइडिंग के लिए सबसे मुफीद है. इस समय हवा की गति नियत रहती है. उन्होंने विंड शॉक (हवा का झटका) के जरिए हवा की दिशा पता लगाने के तरीके भी बताए.