पिथौरागढ़-जरमाल गांव के छाता में 13 जून को ढाई वर्षीय बच्ची को मारने वाला तेंदुआ वन विभाग द्वारा लगाए गए पिंजरे में नहीं फंस रहा है। घटना के 11 दिन बाद भी तेंदुआ न पकड़े जाने से ग्रामीण जंगल जाने से कतरा रहे हैं।ग्रामीणों के अनुसार तेंदुआ दिन में जंगल में दिखाई दे रहा है। आदमखोर घोषित हो चुके तेंदुए को मारने के लिए शिकारी भी क्षेत्र में नहीं पहुंचा है। छाता में 13 जून को ढाई वर्षीय रिया को मारने वाला तेंदुआ पकड़ में न आने से ग्रामीणों में डर का माहौल है। ग्रामीणों ने बताया कि दिन ढलते ही सभी लोग अपने घरों में कैद होने के लिए मजबूर हैं।