भारत और मलेशिया के बीच हमेशा से ही घनिष्ठ और मैत्रीपूर्ण संबंध रहा है। दोनों ही देशों के बीच समय-समय पर उच्च स्तरीय शिखर सम्मेलन भी होता है। ये दोनों ही राष्ट्र आसियान समूह में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।
व्यापार के मामले में भी दोनों देशों के बीच काफी अच्छा संबंध रहा है। भारतीय विदेश मंत्रालय से भारत मलेशिया के बीच व्यापार को लेकर एक अहम जानकारी दी है। यह जानकारी दोनों देशों के होने वाले व्यापार के मुद्रा से जुड़ा है। विदेश मंत्रालय का कहना है कि, दोनों देशों के बीच होने वाला व्यापार अब अन्य मुद्राओं के अलावा रुपये में हो सकता है। बता दें कि, भारत के साथ अबतक 35 देशों ने रुपयों में व्यापार करने में अपनी रूचि दिखा चुके हैं। इसमें रूस के अलावा भारत के पड़ोसी देश म्यांमार, बांग्लादेश और नेपाल भी शामिल है।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में डॉलर की मांग सबसे ज्यादा है। अभी तक भारत अपने हर चीज के लिए डॉलर में भुकतान करता है। इसके लिए भारत की तरफ से हर साल अरबों डॉलर खर्च होता है। यदि भारत भी आयात की जाने वाली चीजों का भुकतान रुपय के माध्यम से किया जाए तो डॉलर की निर्भरता को कम किया जा सकता है।