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DevBhoomi Insider Desk
• Fri, 25 Aug 2023 5:38 pm IST

खेल

शतरंज विश्व कप हार कर भी दिलों में राज कर रहे हैं प्रगनाननंदा , खास है सफर


शतरंज विश्व कप के फाइनल में भले ही प्रगनाननंदा को हार का सामना करना पड़ा हो, लेकिन हार के बावजूद वह लाखों नए फैंस बनाने में कामयाब रहे हैं। वह सबसे कम उम्र के शतरंज विश्व कप उपविजेता बने हैं। 18 साल की उम्र में उन्होंने दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी मैग्नस कार्लसन को फाइनल में कांटे की टक्कर दी। कार्लसन उम्र में प्रगनाननंदा से लगभग दो गुने हैं। कहावत है कि पूत के पांव पालने में दिख जाते हैं और प्रगनाननंदा के साथ भी ऐसा ही हुआ। वह आठ साल की उम्र से ही शतरंज की दुनिया में धमाल मचा रहे हैं और अब उन्हें भारतीय शतरंज का भविष्य माना जा रहा है। यहां हम उनके सफर के बारे में बता रहे हैं।

2014: विश्व अंडर-8 चैंपियन बने
2015: विश्व अंडर-10 चैंपियन बने
2016: कान्स में पहली बार इंटरनेशनल मास्टर में शामिल हुए और 10 साल 10 महीने की उम्र में दुनिया के सबसे युवा इंटरनेशनल मास्टर बने
2017: 12 साल की उम्र में नीदरलैंड्स में अपने से काफी बड़े खिलाड़ियों को हराया। आइल ऑफ मैन टूर्नामेंट में 27000 से ज्यादा रेटिंग वाले डेविड हॉवेल को हराया
2018: 12 साल, 10 महीने और 13 दिन की उम्र में दुनिया के दूसरे सबसे युवा ग्रैंड मास्टर बने, भारत के 52वें ग्रैंड मास्टर बने। पूर्व विश्व चैंपियन विश्वनाथन आनंद के साथ पहली बार खेले।
2019: विश्व अंडर-18 चैंपियन बने
2022: बोर्ड में पहली बार मैग्नस कार्लसन के खिलाफ खेले। एशियन चैंपियन बने और 2023 फाइड विश्व कप में जगह पक्की की। 17 साल की उम्र में अर्जुन अवॉर्ड हासिल किया। एयरथिंग्स मास्टर्स ऑनलाइन टूर्नामेंट में कार्लसन को हराया।
2023: टाटा स्टील मास्टर्स में विश्व चैंपियन डिंग लिरेन को हराया। शतरंज विश्व कप में सबसे युवा उपविजेता बने।