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• Tue, 8 Jun 2021 12:00 pm IST


आज के डिजिटल युग में भी कारगर पाषाण कालीन विकसित कृषि यंत्र दनाली


पिथौरागढ़-कोरोना महामारी के बीच रामगंगा घाटी के किसानों ने खरीफ फसलों की 75 प्रतिशत बुआई कर दी है। डेढ़ सप्ताह पहले बोए गए धानों पर इंसानों के माध्यम से खींचे जाने वाले लकड़ी के गुड़ाई यंत्र (दनाली) डालने का काम जोरों पर है। ग्रामीणों का कहना है कि पूर्वजों का जैविक यंत्र दनाली भविष्य में भी कारगर साबित होगा। नाचनी के तल्ला भैसकोट निवासी 75 वर्षीय दिव्यांग त्रिलोक सिंह दसौनी दनाली खींच कर धानों की गुड़ाई कर रहे हैं। उनकी पुत्र वधू गुड़ाई यंत्र से जमीन पर संतुलित दबाव देतीं हैं। इससे जमीन की पपड़ी टूटती है। सघन पौधों का विरलीकरण होने से अच्छी पैदावार होती है।