लखनऊ: समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय में कार्यकर्ताओं के साथ बैठक की। इसमें उन्होंने कहा कि जब से भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई है, उसकी विपक्ष के प्रति बदले की कार्यवाहियां थमने नहीं रही हैं। विपक्षी नेताओं की प्रतिष्ठा को धूमिल करने के लिए आए दिन उन्हें फर्जी मुकदमों में फंसाने का सिलसिला जारी है। सपा नेताओं के प्रति बीजेपी का रवैया दुश्मनी जैसा है, जो लोकतंत्र में अवांछनीय है।
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार के निशाने पर मुख्य रूप
से रामपुर के लोकप्रिय सपा मोहम्मद आजम खां साहब हैं। उन पर रोज फर्जी मामले दर्ज
किए जा रहे हैं और उन्हें हर तरह से परेशान किया जा रहा है। वह भाजपा सरकार
की आंखों में इसलिए खटकते हैं, क्योंकि वे सांप्रदायिक
ताकतों के धुर विरोधी हैं और लोकतंत्र व समाजवाद के लिए प्रतिबद्ध हैं। उनकी रचनात्मक
कार्यों में विशेष रूचि है। आजम खां साहब संविधान और धर्मनिरपेक्षता के लिए लगातार
संघर्ष करने वाले नेता रहे हैं।
भाजपा सरकार ने शिक्षा के क्षेत्र में सिर्फ अव्यवस्था फैलाई
पूर्व सीएम ने कहा कि बीजेपी सरकार ने केंद्र के अपने आठ
साल और राज्य में अपने साढ़े पांच साल से ज्यादा के कार्यकाल में ऐसी कोई भी योजना
नहीं बनाई, जो जनकल्याणकारी हो। भाजपा सरकार ने शिक्षा के
क्षेत्र में अव्यवस्था फैलाने के अलावा कुछ और नहीं किया। सामाजिक तानाबाना को
नष्ट करने में बीजेपी अव्वल है। उन्होंने कहा कि आजम खां नफरती राजनीति के
विरोधी थे, इसलिए वह बीजेपी की आंख की किरकिरी बन गए हैं।
विधानसभा में उनके अकाट्य तर्कों और तीखे बयानों से बीजेपी नेता असहज रहते थे, इसलिए उनके विरुद्ध षडयंत्र के बीज बोए जाने लगे।
सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी सरकार को याद रखना चाहिए कि सियासत में विद्वेष की भावना का कोई स्थान नहीं है। सत्ता पक्ष और विपक्ष की लोकतंत्र में समान भूमिका होती है। आजम खां साहब सामान्य व्यक्ति नहीं, वे रामपुर से तीन बार सांसद, 10 बार विधायक और राज्य सरकार में कई बार मंत्री व नेता विपक्ष भी रहे हैं। बीजेपी ने उनको राजनीति में किनारे करने की जो साजिश की है, वह उन्हीं पर भारी पड़ेगी। राज्य की जनता बीजेपी के अनैतिक आचरण को कभी भी बर्दाश्त नहीं करेगी।