भाजपा ने कांग्रेस के चुनाव अभियान समिति के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत पर निशाना साधा है। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सुरेश जोशी ने कहा कि हरीश रावत की चुनौती के अनुसार जुमे की नमाज के लिए छुट्टी को लेकर उनके मुख्यमंत्रित्वकाल का शासनादेश सामने आ गया है। ऐसे में हरीश रावत को अपनी बात का मान रखते हुए राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए। गुरुवार को एक बयान में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता जोशी ने कहा कि कांग्रेस के तमाम नेता अपने सिर पर उत्तराखंड की टोपी और जेब में जालीदार टोपी रखते हैं। कांग्रेस की मंशा हमेशा एक खास वर्ग को खुश करने की रहती है। तभी तो सत्ता में आते ही जुमे की नमाज के लिए अवकाश घोषित करते हैं और जब सत्ता से बाहर रहते हैं तो मुस्लिम यूनिवर्सिटी खोलने का वादा करते हैं।उन्होंने कहा कि कांग्रेस जनता के सामने सुविधावादी हिंदू चेहरा बनाए रखने का प्रयास कर रही है। कांग्रेस के नेता वर्षों तक अलग राज्य निर्माण को अपनी लाश पर होने की धमकी देकर सरकारों को ब्लैकमेल करते रहे। कुछ नेता केंद्र शासित राज्य का शिगूफा छोड़कर आंदोलन को भटकाते रहे। राज्य निर्माण के बाद सत्ता में आए तो कैमरे पर सूबे को लूटने का लाइसेंस देते नजर आए। अब यही कांग्रेसी नेता उत्तराखंडियत की बात कर रहे हैं। उन्होंने आशंका जताई कि कांग्रेस के भू सुधार कानून के वादे के पीछे खास समुदाय वर्ग को पहाड़ों में बसाने की योजना हो सकती है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की विश्वसनीयता शून्य है और मंशा साफ नहीं है। इस कारण जनता उनके झूठे घोषणापत्र के झांसे में आने वाली नहीं है।