उत्तरकाशी : बयाणा-स्याबा मोटर मार्ग निर्माण पर लगी रोक संबंधी आपत्ति की जांच को ईको सेंसटिव निगरानी समिति के सह अध्यक्ष हेमंत पांडेय के नेतृत्व में तीन सदस्यीय टीम मंगलवार को स्याबा गांव पहुंची। इस दौरान गांव की छात्राएं जांच टीम के सम्मुख बिलख पड़ीं। उन्होंने गांव में सड़क न होने की विकटता को बयां किया। जबकि, ग्रामीणों ने जांच टीम को बताया कि सड़क न होने से एक वर्ष के अंतराल में स्याबा के तीन लोग मौत के मुंह में जा चुके हैं।उन्हें समय से अस्पताल नहीं पहुंचाया जा सका। इनमें एक प्रसव पीड़िता, एक महिला और एक व्यक्ति शामिल हैं, जिन्होंने पैदल रास्ते में ही दम तोड़ा। उत्तरकाशी जिले के भटवाड़ी ब्लाक स्थित स्याबा गांव तक पहुंचने के लिए आठ किमी की खड़ी चढ़ाई नापनी पड़ती है।