धौलछीना (दरबान रावत)। राज्य में नौ मुख्यमंत्री और नौ डीएम बदलने के बाद भी वनवासी की तरह जीवन काट रहे 13 लोगों की जिंदगी नहीं बदली है। आपदा से बेघर हुए तीन परिवारों के इन लोगों को सरकार मदद के नाम पर नाममात्र की राशि और टेंट देकर छोड़ दिया गया है। इसके बाद किसी ने इनकी खैरियत पूछने की जहमत भी नहीं उठाई है। अब सूबे के नए मुखिया से आपदा प्रभावितों को विस्थापन की उम्मीद जग गई है।