Read in App


• Mon, 29 Jan 2024 5:21 pm IST


वनों को आग से बचाने के लिए सभी का प्रयास जरूरी


वनों को आग से बचाने के लिए सामूहिक पहल और प्रयास को सार्थक बनाने के लिए मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में बैठक की गई। विकास भवन में आयोजित बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु ने कई जरूरी जानकारियां दी। उन्होंने सभी अधिकारियों से वनाग्नि को लेकर सर्तक और लोगों को जागरूक करने की अपील की।
आगामी 15 फरवरी से शुरू होने वाले फायर सीजन के लिए वनों में घटित होने वाली वनाग्नि की घटनाओं की रोकथाम के लिए अभी से तैयारी करने पर जोर दिया गया। मुख्य विकास अधिकारी नरेश कुमार ने सभी खंड विकास अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि खंड विकास एवं ग्राम पंचायत स्तर पर जो भी समितियां गठित की जानी हैं उन समितियों का शीघ्रता से गठन किया जाए। ताकि जरूरत पड़ने पर वनाग्नि जैसी घटना घटित होने पर समितियों द्वारा त्वरित कार्यवाही की जा सके। वन संपदा को वनाग्नि से बचाने एवं पर्यावरण के संरक्षण व संवर्द्धन के लिए सभी की सहभागिता जरूरी है। इसके लिए उन्होंने वन विभाग, राजस्व विभाग, लोक निर्माण विभाग, तहसील, खंड विकास स्तर व ग्राम पंचायत स्तर पर सभी को जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार करने एवं वन विभाग को वनाग्नि की रोकथाम के लिए उचित प्रशिक्षण देने के भी निर्देश दिए। प्रभागीय वनाधिकारी अभिमन्यु ने कहा कि जनपद में दो वन प्रभाग हैं जिसमें 66 प्रतिशत वन आरक्षित क्षेत्र हैं। उन्होंने कहा कि इस समय वर्षा कम हुई है जिससे वनाग्नि की अधिक संभावना है। उन्होंने कहा कि वनों की सुरक्षा के लिए 28 फायर क्रू स्टेशन विभिन्न क्षेत्रों में तैयार किए गए हैं। वनाग्नि की घटना घटित होने पर इसकी सूचना तत्काल उपलब्ध हो इसके लिए फॉरेस्ट फायर एप भी तैयार किया गया है। उन्होंने वनाग्नि को रोकने में सभी से सहयोग करने की अपील की है। मौके पर डीडीओ अनीता पंवार, जिला कार्यक्रम अधिकारी अखिलेश मिश्रा, एसडीएम आशीष घिल्डियाल, पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध कुमार घिल्डियाल आदि मौजूद रहे।