जनकवि व संस्कृति प्रेमी गिरीश तिवारी गिर्दा की 11 वीं पुण्यतिथि पर आरंभ स्टडी सर्कल की ओर से कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जिसमें गिर्दा के गीतों का गायन कर उनके विचारों को याद किया गया। उनकी पुस्तकों की प्रदर्शनी व कविताओं के पोस्टर भी प्रदर्शित किए।पिथौरागढ़ के टकाना रामलीला मैदान में गिर्दा स्मृति आयोजन हुआ। जिसमें वक्ता महेंद्र रावत ने कहा कि गिर्दा के गीतों ने न केवल सामाजिक-राजनीतिक रूप से लोगों को भविष्य में सचेत करने में अपनी भूमिका निभायी है बल्कि कुमांउनी भाषा से उन्हें जोड़ने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।