धारचूला (पिथौरागढ़) : लगातार गिर रहे पाले के कारण चीन सीमा को जोड़ने वाली दारमा घाटी की सोबला-ढाकर सड़क वाहनों के लिए खतरनाक हो गई है। रास्ते में फंसे वाहनों को सेना के वाहनों की मदद से निकालना पड़ रहा है। इन हालातों में वर्षांत मनाने के लिए पंचाचूली ग्लेशियर जाने वाले पर्यटकों को भी परेशानी का सामना करना पड़ सकता है।इन दिनों मौसम साफ होने के साथ ही रात में पाला गिर रहा है। पिछले दिनों गिरी बर्फ के ऊपर पाला गिरने से सड़क शीशे की तरह हो गई है। स्थिति यह है कि दिन में धूप निकलने के बाद भी बर्फ के ऊपर गिरा पाला नहीं पिघल रहा है। ऐसे में सड़क पर वाहन फिसल रहे हैं जिन्हें सेना के वाहनों की मदद से निकाला जा रहा है।सड़क के फिसलनदार होने कारण पंचाचूली ग्लेशियर में पर्यटकों को दिक्कत हो रही है। व्यास घाटी घूमने गए महेश होतियाल ने बताया कि दारमा और व्यास घाटी के छह हजार फुट की ऊंचाई वाले हिमालयी क्षेत्र में नदी, नाले और नलों में पानी जमना शुरू हो गया है। स्थानीय लोगों और सीमा की सुरक्षा में लगे जवानों को बर्फ पिघलाकर पानी जुटाना पड़ रहा है।