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DevBhoomi Insider Desk
• Tue, 8 Oct 2024 4:56 pm IST


जर्जर कक्षों में संचालित हो रहा मोरी पुलिस थाना


हिमाचल प्रदेश से लगा जिले का सीमावर्ती विकासखंड मोरी में पुलिस थाना आज भी ब्लॉक कार्यालय के जर्जर कक्षों में संचालित हो रहा है। थाना स्थापना के नौ साल बाद भी पुलिस का अपना भवन नहीं है। ऐसे में समाज की सुरक्षा का जिम्मा संभालने वाली पुलिस खुद ही असुरक्षा में नजर आ रही है। एक सितंबर 2015 को मोरी थाना खोला गया था। लगभग नौ सालों से मोरी पुलिस थाना विकासखंड के जर्जर तीन कक्षों में संचालित हो रहा है। जर्जर कक्षों में पुलिस कर्मियों को दुर्घटना का भय बना रहता है। इन जर्जर कक्षों में भूकंप के समय पुलिस कर्मियों को और भी भय सताता है। साथ ही पर्याप्त कक्ष न होने से कामकाज में परेशानी उठानी पड़ रही है। जबकि अन्य पुलिस थानों की तुलना में मोरी थाने में जहां दूर दराज गांव बसे हैं, वहीं अधिकतर गांवों की पैदल पूरी 10 से 20 किलोमीटर है। ऐसे में मोरी में तैनात पुलिसकर्मियों को विषम भौगोलिक परिस्थिति के बीच भारी असुविधाओं से जूझना पड़ता है। मोरी थाना अध्यक्ष रणवीर सिंह चौहान ने बताया कि विकासखण्ड के जिन कक्षों में थाना संचालित हो रहा है, वे जर्जर हालत में है। ऐसे में पुलिस कर्मी असुरक्षित महसूस करते हैं। पुलिस थाने निर्माण के लिए भूमि के चयन की प्रक्रिया जारी है।