धारचूला-तवाघाट सड़क में चैतुलधार के पास सड़क हादसे में अकाल मृत्यु का ग्रास बनी सरस्वती अगर लिफ्ट नहीं लेतीं तो शायद वह आज जिंदा होतीं। सरस्वती धारचूला के लिए वाहन का इंतजार कर रही थीं। इस बीच पिकअप से उन्होंने लिफ्ट मांगी और हादसे में जान चली गई। सरस्वती अपने गांव से दो किमी की दूरी पर धौली नदी पार कर दूसरे छोर पर आने के बाद धारचूला के लिए वाहन का इंतजार कर रही थीं। इस बीच राशन छोड़कर लौट रही पिकअप से उन्होंने लिफ्ट मांगी और हादसे में उनकी जान चली गई।
मृतका के पति लक्ष्मण सिंह चलाल सीआरपीएफ में हवलदार पद पर जम्मू कश्मीर में तैनात हैं। उनकी चार बेटियां हैं। घटना की सूचना से परिजन सदमे में है। मृतका के पति छुट्टी लेकर घर के लिए रवाना हो गए हैं। ग्राम प्रधान चल प्रधान सरस्वती देवी और उप प्रधान दिनेश चलाल ने घटना पर शोक संवेदना प्रकट की है।