रुद्रप्रयाग: केदारनाथ दर्शनों को आने वाले यात्री इस बार भी सोनप्रयाग से आगे अपने वाहन नहीं ले जा पाएंगे। यहीं से प्रशासन केदारनाथ पैदल मार्ग और धाम में होने वाली सभी गतिविधियों पर नजर रखेगा। वर्ष 2013 की आपदा से पूर्व गौरीकुंड ही केदारनाथ यात्रा का मुख्य पड़ाव हुआ करता था, लेकिन आपदा के बाद से गौरीकुंड में पार्किंग की व्यवस्था न हो पाने के कारण सोनप्रयाग ही यात्रा का मुख्य केंद्र बन गया। यहां से शटल वाहन के जरिये यात्री गौरीकुंड पहुंचते हैं। आपदा के दौरान गौरीकुंड में मची तबाही के बाद व्यवस्थाएं दोबारा पटरी पर नहीं आ पाई। नतीजा, सोनप्रयाग ही यात्रा का मुख्य पड़ाव बन गया। यात्रा सीजन के दौरान गौरीकुंड में सभी तरह के वाहनों की आवाजाही प्रतिबंधित रहती हैं। ऐसे में यात्रियों को शटल वाहन से गौरीकुंड पहुंचाया जाता है।