अल्मोड़ा(रोहित भट्ट)। सांस्कृतिक नगरी की पहचान रही बोगनवेलिया की खूबसूरत और विशाल लताओं को बेसहारा हुए एक साल हो गया है। आज भी लोग जब इस राह से गुजरते हैं तो देवदार के पेड़ और उसका आलिंगन किए हुए बोगनवेलिया की लताओं को याद किए बिना नहीं रह पाते। देवदार तो रुखसत हो गया लेकिन बोगनवेलिया को बेसहारा और नष्ट होने को छोड़ गया। अब बोगनवेलिया की बचीखुची लताओं को खुद का अस्तित्व बनाए रखने के लिए सहारे की आवश्यकता है।