अगर आपको भी बार-बार हाथ धुलने की लत है तो आप नार्मल नहीं है बल्कि आपको ओसीडी यानी ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिसऑर्डर है।
हालांकि, काउंसलिंग करने और थोड़ी दवा से ये ठीक हो सकता है। इस डिसऑर्डर को लेकर मनोरोग विशेषज्ञ डॉ. गणेश शंकर का कहना है कि, कोरोना काल के बाद ओसीडी के रोगी बढ़े हैं। हर ओपीडी में औसत आठ रोगी आते हैं। उन्होंने बताया कि ऑब्सेसिव कंपल्सिव डिस्ऑर्डर के रोगी बहुत तकलीफ में रहते हैं। उन्हें अपनी आदतों का पता रहता है। उस आदत से वे घबराते भी हैं, लेकिन वही हरकत बार-बार करने को मजबूर भी रहते हैं।
काउंसलिंग करने और दवा के इस्तेमाल से वे ठीक हो जाते हैं। रोगियों को डांटें या झिड़कें नहीं, उनसे प्रेम पूर्वक व्यवहार करें, घरवाले उन्हें आदत के संबंध में समझाएं, डॉक्टर की सलाह को मानने के लिए आश्वस्त करें, रोगियों का सामाजिक दायरा बढ़ाएं और सबसे जरूरी है कि उनको दूसरे कामों में व्यस्त रखें।