हर चुनाव में राष्ट्रीय पार्टियां गणाई गंगोली विकासखंड का मुद्दा प्रमुखता से उठाती हैं। 1987 में तत्कालीन सीएम एनडी तिवारी ने इसकी घोषणा की थी। इस बार के चुनाव में यह मुद्दा पूरी तरह से गायब है।
70 की दशक से चली आ रही गणाई विकासखंड बनाने की मांग आज तक भी पूरी नहीं हो पाने से लोग मायूस तो हैं ही, आक्रोशित भी हैं। बागेश्वर-अल्मोड़ा जिले की सीमा से लगे गणाई गंगोली से गंगोलीहाट ब्लॉक मुख्यालय आने जाने में 70 से 80 किमी की दूरी तय करनी पड़ती है। इस वजह से लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
गणाई गंगोली की भौगोलिक विषमताओं को देखते हुए वर्ष 1970 से गणाई गंगोली को अलग ब्लॉक बनाने की मांग उठ रही है। इस मांग को लेकर लोगों ने लंबे समय तक आंदोलन भी किया। बकायदा संघर्ष समिति का भी गठन किया गया लेकिन आज तक कुछ भी नहीं हो सका। पिछले चुनावों तक राजनीतिक दल ब्लाक बनाने का आश्वासन देते थे लेकिन इस बार यह मुद्दा पूरी तरह गायब है।