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DevBhoomi Insider Desk
• Sat, 9 Apr 2022 5:41 pm IST


ग्वाड़ के जंगल में एक महीने बाद फिर लगी आग


कपीरी पट्टी में ग्वाड़ गांव के जंगल में लगी आग से सैकड़ों बांज, बुरांश व काफल के पौधे जल गए। गांव के लोगों, राइंका कनखुल के एनसीसी कैडेट्स और शिक्षकों ने मिलकर काफी मशक्कत के बाद आग बुझाई, लेकिन दोपहर में तेज हवाएं चलने से फिर जंगल में आग भड़क गई। इससे पहले नौ मार्च को भी पास के जंगल में असामाजिक तत्वों ने आग लगाई थी, जिसमें सैकड़ों बांज व बुराश के पेड़-पौधे जल गए थे।ग्वाड़ निवासी व शिक्षक जगदीश कंडवाल बताया कि उनके गांव की सीमा के अंतर्गत चौड़ी पत्ती वाले पेड़-पौधों का जंगल है। ग्रामीण खुद जंगल इस की रक्षा करते है। उन्होंने कहा कि बृहस्पतिवार रात को असामाजिक तत्वों ने जंगल में आग लगा दी। रात में ही गांव के लोग आग बुझाने पहुंचे, लेकिन आग नहीं बुझ पाई। इस पर शुक्रवार सुबह फिर ग्रामीण व कनखुल इंटर कॉलेज के एनसीसी कैडेट्स आग बुझाने पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद आग बुझा दी, लेकिन दोपहर में फिर हवा चलने से आग भड़क गई। कहा कि वन विभाग को सूचना दी गई लेकिन वहां से कोई आग बुझाने नहीं पहुंचा। ग्रामसभा ग्वाड़ की पूर्व प्रधान संगीता कंडवाल ने बताया कि असामाजिक तत्व अपने निजी स्वार्थ के लिए वनों को आग लगा रहे हैं, जो चिंतनीय है। जीव विज्ञान प्रवक्ता डॉ. जगदीश कंडवाल ने कहा कि इस वन क्षेत्र में वन संपदा को बहुत क्षति हुई है। आग बुझाने में राजेंद्र कंडवाल, रिद्धिमा, वर्षा, संदिली आदि ने सहयोग किया।