अग्निपथ योजना का विवादों से नाता ही नहीं टूट रहा है। इस बार विवाद सैन्य भर्ती में जाति व धर्म प्रमाण पत्र मांगे जाने को लेकर है। जाति और धर्म प्रमाण पत्र मांगे जाने पर सियासत शुरू हो गई थी।
आप सांसद संजय सिंह, जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा और भाजपा सांसद वरुण गांधी ने सवाल खड़े कर दिए हैं। हालांकि, विवाद बढ़ता देख सेना ने इस पर सफाई दी है। सैन्य अधिकारियों का कहना है कि, अग्निपथ योजना के तहत सैन्य भर्ती प्रक्रिया में कोई बदलाव नहीं किया गया है। पहले भी जाति व धर्म प्रमाण पत्र मांगा जाता रहा है।
सैन्य भर्ती में धर्म प्रमाण पत्र मांगे जाने पर सेना के एक अधिकारी ने कहा कि, प्रशिक्षण और तैनाती के दौरान शहीद होने वाले सैनिकों का अंतिम संस्कार करने के लिए धर्म का पता होना आवश्यक होता है। इससे उनका अंतिम संस्कार उसी धर्म के मुताबिक किया जाता है।