साहित्यकार अरुण कुकसाल को इस साल का राहुल सांकृत्यायन अकादमिक पुरस्कार दिया जाएगा. पर्यटन मंत्रालय ने पत्र भेजकर ये जानकारी अरुण कुकसाल को दी है. अरुण कुकसाल को ये पुरस्कार चले साथ पहाड़ यात्रा वृतांत के लिए दिया जा रहा है. उन्हें इसके लिये प्रथम पुस्कार के लिए चुना गया है. उनकी इस उपलब्धि पर श्रीनगर सहित पौड़ी जनपद में खुशी का माहौल है. उनके परिजन भी अरुण की सफलता से फुले नहीं समा रहे हैं.अरुण कुकसाल मूल रूप से पौड़ी जिले के चामी गांव (असवालस्यूं) के रहने वाले हैं. उनका जन्म 8 अक्टूबर, 1959 को हुआ था. अरुण कुकसाल की शुरुआती शिक्षा अपने गांव के पास ही पड़ने वाले प्राथमिक विद्यालय में हुई. बाद में वे आगे की पढ़ाई के लिए पौड़ी चले आये. उन्होंने अर्थशास्त्र विषय में पीएचडी भी की. वर्तमान में वे पौड़ी मनरेगा विभाग में लोकपाल पद पर कार्य कर रहे हैं. अरुण कुकसाल अपने परिजनों के साथ श्रीकोट-श्रीनगर में रहते हैं. अरुण कुकसाल ने अब तक सात पुस्तकों की रचना की है.