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• Fri, 29 Jan 2021 1:12 pm IST


समुद्री जीवन में रखते हैं रूचि तो बनिए मरीन बायोलॉजिस्ट



क्या होता है काम

एक मरीन बायोलॉजिस्ट को समुद्री जीव विज्ञान का अध्ययन करना होता है। वह सिर्फ समुद्र के भीतर रहने वाले जीवों के जीवन और आवास पर ही अध्ययन नहीं करते, बल्कि समुद्र के भीतर पेड़−पौधों का भी अध्ययन करते हैं। 

स्किल्स

अगर आप भी इस क्षेत्र में खुद को स्थापिक करने की सोच रहे हैं तो सबसे पहले आपमें समुद्री जीवन व उसके बारे में विस्तार से जानने की गहरी रूचि होनी चाहिए। इसके अलावा आपका शारीरिक व मानसिक तौर पर काफी मजबूत होना जरूरी है।

योग्यता

इस क्षेत्र में कदम रखने के लिए आपके पास बैचलर डिग्री या मास्टर डिग्री होनी चाहिए। वहीं अगर आप कहीं पर बतौर फैकल्टी पढ़ाना चाहते हैं तो आपके पास इस क्षेत्र में डॉक्टरल डिग्री होनी चाहिए। वैसे अगर आप चाहें तो बायोलॉजी, जूलॉजी, फिशरीज, ईकोलॉजी और एनिमल साइंस में बैचलर डिग्री प्राप्त करने के बाद कदम बढ़ा सकते हैं।

संभावनाएं

कोर्स करने के बाद छात्र सरकारी नौकरी कर सकते हैं या फिर आप एन्वार्यनमेंटल लैबोरेट्रीज, वॉटर इंडस्ट्रीज, कोस्टल अथॉरिटीज के साथ जुड़कर में भी काम कर सकते हैं। इतना ही नहीं, कुछ समय के अनुभव के बाद आप विभिन्न सरकारी, गैर सरकारी यूनिवर्सिटी और शोध संस्थानों में बतौर लेक्चरार भी पढ़ा सकते हैं। वैसे कोर्स के बाद आप विदेशों में भी आसानी से करियर की राहें तलाश सकते हैं।

आमदनी 

इस क्षेत्र में आपकी शुरूआती आमदनी 15000 से 25000 के बीच होती है। इसके बाद आपका अनुभव बढ़ने के साथ आमदनी में भी इजाफा होता है।

प्रमुख संस्थान

द नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ ओशनोग्राफ

आईआईटी मद्रास

कर्नाटक यूनिवर्सिटी, धारवाड़

कोचिन यूनिवर्सिटी ऑफ साइंस एंड टेक्नोलॉजी

अन्नामलई यूनिवर्सिटी, अन्नामलई नगर

गोवा यूनिवर्सिटी, पणजी

वरूण क्वात्रा