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• Mon, 29 Jan 2024 12:13 pm IST


पिथौरागढ़ के जोहार घाटी में ध्याणी मिलन कार्यक्रम का आयोजन, कई सालो से चली आ रही परंपरा


उत्तराखंड में माघ के महीने में खिचड़ी भोज की पुरानी परंपरा है. पिथौरागढ़ जिले के सीमांत इलाके मुनस्यारी के जोहार घाटी के शौका समुदाय ध्याणी मिलन कार्यक्रम का आयोजन करता आ रहा है. उनकी यह परंपरा पिछले कई सालों से चली आ रही है. इस कार्यक्रम में सीमांत इलाके के लोग सभी विवाहित बहन बेटियों को अपने घर यानी उनके मायके आमंत्रित करते हैं. उन्हें खिचड़ी भोज देते हैं. अब यह आयोजन व्यक्तिगत ना होकर सामूहिक होने लगा है. हल्द्वानी में प्रवास कर रहे जोहार घाटी के शौका से जुड़े अनेक समुदाय के लोग अपनी संस्कृति को बचाये रखने के लिए खिचड़ी भोज का आयोजन करते हैं. असल में ध्याणी का मतलब होता है विवाहित बेटी जो मायके आती है. इसी परंपरा को कायम रखते हुए हल्द्वानी में जोहर शौका समुदाय के लोगों ने खिचड़ी भोज का आयोजन किया. इसमें बड़ी संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया. बेटियों को खिचड़ी खिलाई गई. उपहार दिए भी दिए गए. स्थानीय सांस्कृतिक धुनों पर लोग नाचे. लोगों के मुताबिक यह एक अच्छा मौका है जब अपनों से मिलते हैं. ऐसे आयोजनों से एक संदेश आने वाली पीढ़ी को जाता है कि अपनी संस्कृति को जानें और आगे बढ़ाने का काम करें. पहले से यह आयोजन हर घर में होता था. जैसे जैसे जागरूकता आयी तो पूरा समुदाय एकजुट होकर अपनी इस परंपरा को आगे बढ़ाने लगा