देहरादून। भाजपा की प्रदेश अध्यक्ष पद पर मदन कौशिक की ताजपोशी से कई परम्पराएं टूटी हैं। बीस साल से जब भी कोई पार्टी सीएम चेहरा कुमायूं से देती थी तो पार्टी अध्यक्ष गढ़वाल से बनता था। और अध्यक्ष कुमायूं से होता तो सीएम गढ़वाल से बनाया जाता रहा है। कौशिक को अध्यक्ष बनाकर यह परंपरा टूट गयी है। इस समय सीएम तीरथ सिंह रावत और मदन गढ़वाल से हैं। यही नहीं मैदान के नेता को पहली बार भाजपा ने अध्यक्ष बनने का मौका दिया है। इससे मैदान और पहाड़ के बीच की खाई को पाटने की कोशिश की गई है। मदन कौशिक का लंबा राजनीतिक अनुभव है। उनका मंत्री पद का कार्यकाल 9 वर्ष का रहा है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का उनपर जताया भरोसा इस बात का संकेत है कि भाजपा मिशन 2022 को लेकर बेहद गंभीर है।