Read in App


• Wed, 10 Jul 2024 3:16 pm IST


एंबुलेंस नहीं प्रसूता युवती को मिला डंडी-कंडी का सहारा, तबियत बिगड़ने पर ऐसे पहुंचाया अस्पताल


सरकार भले ही गांवों को सड़क सुविधा से जोड़ने के दावे करती हैं, लेकिन जमीनी हकीकत ठीक उलट है. प्रदेश में आज भी कई गांवों में डंडी-कंडी यहां एंबुलेंस का काम करती है. गांव में कोई बीमार हो जाता है, उसे आज भी पुराने ढर्रे से हॉस्पिटल तक पहुंचाया जाता है. कुछ ऐसा ही विकासखंड देवाल के अंतर्गत यातायात से वंचित सुदूरवर्ती गांव बलाण से सामने आया है. जहां प्रसूता के बाद युवती की तबीयत बिगड़ने पर लोगों तीन किलोमीटर डंडी-कंडी के सहारे मोटर सड़क तक लाए, जिसके बाद महिला को हॉस्पिटल तक पहुंचाया गया.