उत्तराखंड विधानसभा में 228 हुई भर्तियां को रद्द किए जाने के फैसला का विपक्ष ने भी स्वागत किया है. नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य ने कहा है कि विधानसभा अध्यक्ष संवैधानिक पद है. माननीय विधानसभा अध्यक्ष ने संवैधानिक राय लेकर इस फैसले को देखा होगा, जिसके बाद उन्होंने भर्तियों को रद्द करने की सिफारिश की है. ऐसे में विधानसभा अध्यक्ष की यह करवाई सराहनीय है. साथ ही कहा है कि जिन भी भर्तियों में घोटाले हुए हैं, उनमें भी कार्रवाई होनी चाहिए.
विधानसभा भर्ती घोटाले को लेकर विधानसभा अध्यक्ष ऋतु खंडूड़ी ने साल 2016 से लेकर 2022 तक हुई 228 तदर्थ नियुक्तियों को निरस्त कर दिया है. जिसके बाद विधानसभा में कर्मचारियों में आंसुओं का सैलाब है. इनमें से ज्यादातर महिला कर्मचारी हैं, जो विधानसभा से नौकरी जाने के बाद फूट-फूट कर रो रही हैं. कई महिलाएं सत्ता के नजदीकियों की पत्नी या फिर परिवार से हैं.