चुनावी माहौल में ग्रामीण इलाकों की हुक्का चौपालों का जिक्र ना किया जाए तो चुनावी गतिविधियां मुकम्मल प्रतीत नहीं होती। देहात क्षेत्र में सजने वाली चौपाल अब देर रात तक सजने लगी हैं।
अब तो चुनावी में शामिल होने वाले तमाम चेहरे भी सामने आ गए हैं, इसलिये चौपालों में मैदान में उतर चुके प्रत्याशियों की तुलनात्मक चर्चा जोरशोर से शुरू हो चुकी है। देहात की चौपाल हर चुनाव के लिए महत्वपूर्ण होती हैं। ग्राम पंचायत चुनाव को यदि दरकिनार कर दिया जाए तो लोकसभा, विधानसभा, जिला पंचायत चुनाव में तो यह चौपालें रातभर में प्रत्याशियों का भाग्य का फैसला कर देती हैं।