त्योहारी सीजन में टैक्सियों की मारामारी हो सकती है। ऐसे में लोगों को परेशानी हो सकती है। परिवहन विभाग ने तीन साल पहले सभी टैक्सी व मैक्सी वाहनों में पैनिक बटन- ग्लोबल पोजिशनिंग सिस्टम (जीपीएस) अनिवार्य कर दिया। ताकि दुर्घटना के समय वाहन की लोकेशन लेकर राहत पहुंचाई जा सके। अब जीपीएस लगाने वाली कंपनी लापता हो गई है।
जिसके कारण वाहनों के जीपीएस रिचॉर्ज नहीं हो पा रहे हैं। इस वजह से कुमाऊं की करीब 12 हजार टैक्सी-मैक्सी को फिटनेस सर्टिफिकेट नहीं मिल पा रहा है। हैरानी की बात यह है कि परिवहन मंत्री के आदेश के बाद भी विभाग मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर रहा है। सरकारी आदेश के तहत जिन टैक्सी वाहनों में जीपीएस सिस्टम नहीं होगा, विभाग न तो उनका रजिस्ट्रेशन करेगा न ही फिटनेस सर्टिफिकेट दिया जाएगा।