एशियाई पैरा खेलों में स्वर्ण पदक जीतकर पूरी दुनिया को अपने जज्बे का कायल बनाने वाली बिना बाजुओं की तीरंदाज शीतल देवी को एशिया की सर्वश्रेष्ठ युवा एथलीट चुना गया है। एशियाई पैरालंपिक समिति ने रियाद (सउदी अरब) में उन्हें एशिया के इस प्रतिष्ठित पुरस्कार से सम्मानित किया। शीतल ने तिरंगे को लपेटकर कोच अभिलाषा के साथ इस पुरस्कार को ग्रहण किया।वल्र्ड आर्चरी (तीरंदाजी की सर्वोच्च अंतरराष्ट्रीय संस्था) के अनुसार बिना बाजुओं के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तीरंदाजी करने वाली शीतल दुनिया की पहली महिला तीरंदाज हैं। शीतल पहली बार सुर्खियों में तब आईं जब उन्होंने इस वर्ष विश्व पैरा तीरंदाजी चैंपियनशिप में पदक जीता, लेकिन दुनिया की नजरों में वह हांगझोऊ पैरा एशियाई खेलों में दो स्वर्ण पदक जीतकर छाईं। उनका स्वर्ण पदक पर निशाना साधते हुए वीडियो जमकर वायरल हुआ। जन्म से हाथ नहीं होने के बावजूद शीतल पैर, कंधे और मुंह के सहारे धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाकर निशाना लगाती हैं।