होटल मैनेजमेंट फील्ड दुनिया भर में भ्रमण कर रहे टूरिज्मो को समझने में, समझाने में, देखने में और उनमे बेहतरीन सामंजस्य बैठाने आदि में अपना अहम् भूमिका निभाती है क्योकि होटल मैनेजमेंट एक ऐसा आर्गेनाईजेशन है जो टूरिज्मो आदि में सहयोग लेने का एक मौका पैदा करती है. आइए जानते हैं कि कैसे आप भी होटल मैनेजमेंट में अपना करियर बना सकते हैं.
-योग्यता
होटल मैनेजमेंट एक प्रोफेशनल कोर्स है जिसमे एडमिशन लेने के लिए इंस्टीट्यूट/कॉलेज के नियमो को मानना अनिवार्य होता है. हॉस्पिटैलिटी कोर्स के लिए योग्यता भिन्न-भिन्न होती है. संस्थान के शर्तो के अनुसार उम्मीदवार के पास निम्न योग्यताएं होनी चाहिए.
होटल मैनेजमेंट के डिप्लोमा कोर्स में एडमिशन लेने के लिए उम्मीदवार को 10th और 12th कम से कम 50% से पास होना अनिवार्य होता है.
बैचलर डिग्री के लिए 12वी 50% से पास होना अनिवार्य
हॉस्पिटैलिटी में मास्टर डिग्री हासिल करने के लिए स्नातक पास होना अनिवार्य
कई संस्थान ऑल इंडिया एडमिशन टेस्ट एंव इंटरव्यू के आधार पर स्टूडेंट्स का चयन प्रक्रिया पूरी करते है.
जहां उनकी बुद्धिक्षमता, सामान्य ज्ञान, सामान्य विज्ञान और अंग्रेजी की क्षमता की जांच विशेष प्रकार से की जाती है.
कम्युनिकेशन स्किल
इंग्लिश स्किल्स
क्रिएटिव माइंड आदि.
-कोर्स
होटल मैनेजमेंट इंडस्ट्री में, इससे सम्बंधित बहुत प्रकार के कोर्स है जिनकी विशेषता उनकी कोर्स, अवधि, योग्यता, फीस आदि के हिसाब से अलग-अलग होता है.
इस फील्ड में उनके वर्टीकल के अनुसार कोर्स UG लेवल और PG लेवल पर किया जा सकता है. अगर कोई स्टूडेंट्स होटल मैनेजमेंट कोर्स 12th के बाद करना चाहता है तो वह PG लेवल पर कोर्स करने के लिए योग्य होता है.
अगर ग्रेजुएशना के बाद करना हो तो PG लेवल पर कोर्स करने के लिए योग्य होते है, इसके अलावा होटल मैनेजमेंट कोर्स Diploma लेवल पर भी किया जा सकता है. डिप्लोमा लेवल पर होटल मैनेजमेंट कोर्स इस समय सबसे अधिक किया जाने वाला फील्ड है.
-विषय
Hotel Management प्रोग्राम को B.H.M के नाम से भी जाना जाता है यह 4 वर्ष का अंडर ग्रेजुएट प्रोग्राम होता है. होटल मैनेजमेंट कोर्स 8 सेमेस्टर में बता हुआ होता है, इस कोर्स के अंतर्गत कैंडिडेट्स को विभिन्न प्रकार के थ्योरेटिकल और प्रैक्टिकल सब्जेक्ट्स का अभ्यास कराया जाता है.
होटल मैनेजमेंट गाइडलाइन्स के अनुशार, इस प्रोग्राम में कैंडिडेट्स के स्किल पर ज्यादा फोकस किया जाता है ताकि उन्हें होटल मैनेजमेंट के साथ-साथ टूरिज्म सेक्टर में भी हेल्प मिल सके. कुछ इम्पोर्टेन्ट सब्जेक्ट जो होटल मैनेजमेंट फील्ड में विशेष रूप पढ़या जाता है.
इवेंट मैनेजमेंट,एकाउंटिंग
बिज़नस लॉ,कम्युनिकेशन स्किल [ इंग्लिश ],बिज़नस एथिक्स,फ़ूड प्रोडक्शन,फ्रंट एंड ऑपरेशन,मैनेजमेंट स्किल्स,हाउस कीपिंग,ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट,पब्लिक रिलेशन,ट्रेवल एंड टूरिज्म इन हिंदी, आदि.
- कोर्स फीस
जिस प्रकार होटल मैनेजमेंट में विभिन्न तरह के वर्टीकल है ठीक उसी प्रकार होटल मैनेजमेंट के फेस वर्टीकल के अनुशार अलग-अलग है. डिप्लोमा लेवल पर होटल मैनेजमेंट कोर्स का मिनिमम फीस 30,000 से 80,000 होता है,
वही 12th, ग्रेजुएशन लेवल, और पोस्ट ग्रेजुएशन लेवल का कोर्स फीस मिनिमम 40,000 से लेकर 1,75,000 रूपये प्रति वर्ष होता है.
-सैलरी
हर किसी का कोर्स सिलेक्शन करने के पीछे का मुख्य फोकस उस डिग्री से मिलने वाली करियर पर होता है. उस करियर के माध्यम से एक उज्जवल भविष्य बनाना चाहते है और करियर के ग्रोथ में सैलरी एक अहम रोल अदा करता है. होटल मैनेजमेंट कोर्स किए हुए कैंडिडेट्स को सुरुआती तौर पे 2-3 लाख रूपये प्रति वर्ष मिल सकता है. जैसे-जैसे एक्सपीरियंस बढ़ता जाएगा वैसे-वैसे सैलरी लिस्ट भी बढ़ता जाएगा.