द्वाराहाट (अल्मोड़ा)। बिपिन त्रिपाठी विचार मंच के तत्वावधान में आनलाइन गोष्ठी शुरू हो गई है। दो दिनी इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पद्म श्री प्रो. शेखर पाठक ने कहा कि स्व. बिपिन त्रिपाठी के विचार आज भी प्रासंगिक हैं। यदि वह जिंदा होते तो उत्तराखंड की दिशा और दशा कुछ और ही होती। वक्ताओं ने उत्तराखंड की वर्तमान दिशा और दशा पर विस्तार से चर्चा की। समृद्ध उत्तराखंड बनाने के लिए संघर्ष करने का संकल्प जताया। इससे पहले मंच की नई कार्यकारिणी का भी गठन किया गया।