टिहरी- हेंवलघाटी के पर्यावरण संरक्षण और विभिन्न आंदोलनों महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली जड़धार गांव की वचनी देवी (87) का निधन हो गया। उनके निधन से जिले में शोक की लहर छाई रही। नागणी स्थित पैतृक घाट में लोगों ने उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी। चंबा विकासखंड के जड़धार गांव निवासी वचनी देवी ने 70 के दशक में हेंवलघाटी के पर्यावरण संरक्षण के विभिन्न आंदोलनों में बढ़-चढ़कर भूमिका निभाई। इस दौरान वचनी देवी ने खनन विरोधी आंदोलन, शराब विरोधी आंदोलन को आगे बढ़ाने में सहयोग किया। वह कई समय तक जड़धार गांव की महिला मंगल दल की अध्यक्ष भी रही। बीज बचाओ आंदोलन में भी उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। उनके जीवन पर संयुक्त रूप से कई डॉक्यूमेंट्री फिल्मों का प्रसारण भी हुआ है। वह पिछले कई समय से बीमार चल रही थी। मंगलवार को वचनी ने चंबा स्थित अपने रिश्तेदारों के घर में अंतिम सांस ली। उनके निधन पर चिपको आंदोलन के नेता धूम सिंह नेगी, विजय जड़धारी, दयाल भाई, प्रधान प्रीति जड़धारी, बिन्दु देवी, राजेंद्र नेगी ने गहरा शेाक व्यक्त किया है। उनके निधन को उत्तराखंड के लिए अपूरणीय क्षति बताया।